रक्त दान अभियान (Blood Donation Camp)

Voluntary Blood Donation facility available.

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1. For individual voluntary blood donors who want to donate blood, we will issue a letter to them over WhatsApp after discussing their travel history and all other required details.

2. In cases where there are at-least 25 people in one locality ready to donate blood and have a small room available for the same, our team will come over to your location and collect blood from each donor, one by one.

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बाल विवाह रोकथाम अभियान

जब बच्चों की स्वच्छंद और स्वस्थ जीवन जीने की उम्र होती है, तब तक उन्हें अपने बचपन को त्यागने और जिम्मेदारियों को लेने के लिए मजबूर किया जाता है और एक ऐसा उन्हें जीवन जीने के लिए बाध्य किया जाता है जिसकी जटिलता से से वे पूरी तरह अनजान होते हैं। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का उनकी इच्छा के विपरीत विवाह करने को ही आमतौर पर “बाल विवाह” कहा जाता है।

बीते समय में बाल विवाह की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है और यह नकारात्मक रूप से बच्चों पर ऐसे प्रभाव डालता है, जिसकी वजह से बच्चों का शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास रुक जाता है। इसके साथ ही अन्य समस्याओं को भी जन्म देता है जैसे गरीबी, खराब स्वास्थ्य, निरक्षरता और घरेलू हिंसा इत्यादि से देश के समग्र विकास, समृद्धि और स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

एक उन्नत और सफल समाज स्थापित करने के लिए यह बहुत ज़रूरी है कि वर्तमान और भविष्य में बाल विवाह का इस दुनिया में कोई स्थान नहीं होना चाहिए। दुनिया भर में सभी बच्चे मन मर्जी से अपना आनंदमय बचपन जीने के हकदार हैं। हम सबका यही संकल्प होना चाहिए की समस्त बच्चे बाल विवाह से जुड़े हिंसा और नकारात्मक परिणामों से दूर अपने भविष्य को बेहतर बनाने के लिये शिक्षा ग्रहण करें एवं एक स्वस्थ बचपन को जियें और परिपक्व बनें। इसके साथ ही भविष्य में उन्हें पूरा अधिकार है कि वे वयस्क होने पर स्वयं फैसला करें वे कब और किसके साथ अपना जीवन व्यतीत करना चाहते हैं।

घरेलू हिंसा रोकथाम (Stop Domestic Violence)

घरेलू दायरे में हिंसा को घरेलू हिंसा कहा जाता है। किसी महिला का शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, मौखिक, मनोवैज्ञानिक या यौन शोषण किसी ऐसे व्यक्ति द्वारा किया जाना जिसके साथ महिला के पारिवारिक सम्बन्ध हैं, घरेलू हिंसा में शामिल है।

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घरेलू हिंसा से जुड़ी कोइ भी घटना यदि आपके आस-पास या जानकारी मे हो तो हमे सुचित करें, हम आपके नाम को गुप्त रखेंगे।

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दहेज प्रथा रोकथाम अभियान

दहेज एक सामाजिक कोढ़ है। इससे छुटकारा पाने के लिये हमें अपनी मानसिकता बदलनी होगी। लड़कियों को लड़कों के बराबर दर्जा देना होगा। उनको शिक्षित करना होगा। सरकार ने दहेज लोभियों को दंडित करने के लिए अनेक नियम बनाए हैं परन्तु फिर भी यह प्रथा समाज में पनप रही है । वर को चाहिए कि वह जहां भी विवाह करेगा वह दहेज के बिना होगा तथा वधू को चाहिए कि वे दहेज लोभी वर तथा उसके परिवार से संबंध रखने एवं विवाह करने से ही मना कर दे । वर की योग्यता एवं पद के अनुसार दहेज की मांग की जाती है । कभी-कभी तो वर पक्ष के लोग दहेज की मांग विवाह-मंडप में रखते हैं ताकि कन्या पक्ष के लोग मान-मर्यादा की खातिर उनकी हर मांग पूरी करने पर विवश हो जाएं । Read More...

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महिला साक्षरता अभियान (Woman Education Campaign)

भारतवर्ष में साक्षरता एवं शिक्षा के विस्तार एवं विकास के लिए पिछले कई दशकों से लगातार कोशिशेें की जाती रही हैं। कितने ही अभियानों, परियोजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से शिक्षित एवं साक्षर पीढ़ी के निर्माण की पहल हुई है। इसी दिशा में अब चलाया जा रहा साक्षर भारत मिशन कार्यक्रम तालीम से तीव्र विकास की दशा और दिशा तय करने वाला सिद्ध होगा।

वंचितों के लिए शिक्षा का सुअवसर

इसका शुभारम्भ भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सन् 2009 में अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस 8 सितम्बर को किया। इस कार्यक्रम का उद्देेश्य उन वयस्कों ख़ासकर स्ति्रयों को शिक्षा उपलब्ध कराना है, जिन्होंने नियमित शिक्षा के अवसर खो दिये हैं तथा जो विद्यालय नहीं जा पाये हैं एवं जिनकी आयु ऎसी शिक्षा प्राप्त करने से ज्यादा हो गई है जो अब साक्षरता, बुनियादी शिक्षा आदि प्राप्त करने की आवश्यकता अनुभव करते हैं।

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सामूहिक विवाह अभियान (Group Marriage Campaign)

प्रदेश में गरीब-पिछड़े वर्ग को ऊपर उठाने और महिलाओं, लड़कियों की स्थिति को बेहतर करने के लिए सरकार ने सामूहिक विवाह योजना शुरू की। योजना के अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को लड़की की शादी के आर्थिक मदद दी जाती है। जिससे परिवार अपनी बेटी को बोझ न समझे और उन्हें पढ़ाकर सही उम्र में शादी करें।

योजना के लिए पात्रता और जरुरी कागजात (Eligibility criteria and documents)

सरकार ने लड़के-लड़की की शादी की उम्र तय कर रखी है। इस योजना के अंतर्गत लड़की की उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए और जिससे उसकी शादी हो रही है वह 21 साल का होना चाहिए। अपनी उम्र की सही जानकारी देने के लिए आवेदक को अपना जन्म प्रमाण पत्र जमा करना होगा। शहर और गांव कहीं पर रहने वाला परिवार, जिसकी सालाना आय दो लाख रुपये हो। वह इस योजना के लिए पात्र है। योजना के लिए वह भी आवेदन कर सकते है, अगर परिवार में 2 से अधिक लड़कियां है तो अधिकतम 2 को ही इसका लाभ मिलेगा।

पेड़ लगाना अभियान (Tree Plantation Campaign)

पेड़ वायु प्रदूषण कम करने में हमारी सहायता कर पर्यावरण को शुद्ध रखते हैं। मात्र वायु प्रदूषण ही नहीं ये, हानिकारक रसायनों को छानकर जल को भी साफ करते हैं। हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं में पेड़ों का बहुत महत्व है। जितने अधिक पेड़ होंगे पर्यावरण भी उतना ही शुद्ध रहेगा। आजकल लोगों को वायु प्रदूषण के कारण कई प्रकार के सांस के एवं अन्य रोगों से पीड़ित होना पड़ रहा है। यदि हमें खुद को जिंदा रखना है तो सभी को मिलकर पौधे लगाने होंगे। हमारे पौधे लगाएं, वृक्ष बचाएं अभियान से जुड़ते हुए कई लोगो ने पौधा रोपण किया।

पेड़ लगाने से संबंधित कोई भी जानकारी के लिये हमे सम्पर्क करें। आप हमारे फ़ेसबूक एवं वाट्सएप्प से भी जुड़ सकते हैं।

कन्या भ्रूण हत्या रोकथाम अभियान (Female feticide prevention campaign)

गर्भ से लिंग परीक्षण जाँच के बाद बालिका शिशु को हटाना कन्या भ्रूण हत्या है। केवल पहले लड़का पाने की परिवार में बुजुर्ग सदस्यों की इच्छाओं को पूरा करने के लिये जन्म से पहले बालिका शिशु को गर्भ में ही मार दिया जाता है। ये सभी प्रक्रिया पारिवारिक दबाव खासतौर से पति और ससुराल पक्ष के लोगों के द्वारा की जाती है। गर्भपात कराने के पीछे सामान्य कारण अनियोजित गर्भ है जबकि कन्या भ्रूण हत्या परिवार द्वारा की जाती है। भारतीय समाज में अनचाहे रुप से पैदा हुई लड़कियों को मारने की प्रथा सदियों से है।

लोगों का मानना है कि लड़के परिवार के वंश को जारी रखते हैं जबकि वो ये बेहद आसान सी बात नहीं समझते कि दुनिया में लड़कियाँ ही शिशु को जन्म दे सकती हैं, लड़के नहीं।

कन्या भ्रूण हत्या से जुड़ी कोइ भी घटना यदि आपके आस-पास या जानकारी मे हो तो हमे सुचित करें, हम आपके नाम को गुप्त रखेंगे।

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