पापड़ उद्योग (Paapad Industry)

महिला सशक्तिकरण के लिए हमारे संस्था द्वारा लगातार कई वर्षों से पापड़ उद्योग को बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के लिए अलग-अलग समूहों में बांट के महिलाओं को पापड़ बनाने संबंधित उपकरणों को मुहैया कराया जाता है तथा उन्हें विस्तृत प्रशिक्षण दी जाती है, की पापड़ कैसे बनाया जाता है और उनका संरक्षण कैसे किया जाता है| जिसमें अलग-अलग कार्य के लिए अलग-अलग महिलाओं को मनोनीत किया जाता है।

इसके वजह से रोजगार के बहुत सारे अवसर सामने आते हैं।

इनमें है कच्चे सामानों का खरीदारी करना उसके बाद उनको पापड़ बनाने के कार्य तक लाने में विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजार कर तैयार करना फिर उनको पापड़ बनाने में महिलाओं को इकट्ठा करना तथा बेहतर से बेहतर पापड़ को तैयार किया जा सके फिर उनको सुखाना सूखने के बाद उन्हें पैकिंग करना इस प्रक्रिया के बाद अगली जो कड़ी है वह है इन पापड़ को अब उपभोक्ताओं तक पहुंचाना फिर इस कार्य में अलग अलग तरीकों से उत्पाद से लेकर विक्रय तक सभी प्रक्रियाओं के लिए अनेकों लोगों को रोजगार में लगाना और इस प्रक्रिया से आए हुए आय को समूह में वितरण करना।

भारत में इसे व्यवसाय को महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के मकसद से किया जा रहा है और काफी हद तक इस व्यवसाय से जुडी महिलाए अच्छा मुनाफा भी कमा रही है।

पापड़ का का इस्तेमाल न केवल भारत में किया जाता है बल्कि एशिया के कई देशो में भी किया  जा रहा है।  हालांकि भारत से भी दुसरे देशो में पापड़ का निर्यात किया जाता है लेकिन हमारे देश में ही पापड़ की आपूर्ति नहीं पाती। यानी एक प्रकार से देखा जाय तो इस बिज़नस का फ्यूचर काफी अच्छा है।

महिला सशक्तिकरण को न केवल बढ़ावा बल्कि रोजगार दिलाने का कार्य भी करता है।

हमारे देश में लगभग 60% पापड़ की आपूर्ति लोकल पापड़ उद्योगों द्वारा ही किया जा रहा है ,

पापड़ उद्योग के लिए सबसे पहले लगभग 60 से 80 वर्गमीटर जगह की आवश्यकता है जिसमे पापड़ बानाने से लेकर सुखाने तथा पैक करके तैयार करना , पापड़ को सुखाने के लिए ज्यादा जगह की आवश्यकता होती है

यदि ड्रायर मशीन द्वारा पापड़ सुखाने का कार्य करते है तो इससे भी कम जगह यानी 40 वर्गमीटर में ही सभी कार्य कर सकते है।

यदि धुप में पापड़ सुखाते है तो drying machine की जरुरत नहीं तथा हाथ से पेकिंग का कार्य करते है तो packing मशीन की जरुरत भी नहीं होगी ।

सामन्यतया पापड बनाने के लिए
* दाल
* अंडे
* सोडियम बाई कार्बोनेट
* तेल
* मिर्च या मसाले
* हिंग
* नमक
* पानी
* पिसा हुआ काली मिर्च आदि
इस्तेमाल किया जाता है।

पापड़  उद्योग के लिए मशीन
* grinding machine
* mixer machine
* paapad press machine
* drying machine
* packing machine