कुटीर उद्योग

अगरबत्ती बनाने का काम

अगरबत्ती बनाने का उद्योग कम लागत में अधिक लाभदायक उद्योग है। 50,000 से 60,000 रुपये की लागत में मशीन को खरीदकर आप अच्छी आमदनी कर सकते हैं। चारकोल पाउडर, वुड पाउडर रोल, धूप एवं अन्य सुगन्धित सामग्री का मिश्रण तैयार करके से बनाई जा सकती हैं। इसका इस्तेमाल पूजा-अर्चना करने के लिए किया जाता है।

नमकीन बनाने का उद्योग

नमकीन खाना सबको पसंद होता है। कुशल महिलाएं नमकीन बनाकर बाजार में उचित मूल्य पर बेच सकती हैं। नमकीन बनाने के लिए बेसन के साथ विभिन्न प्रकार की दालें जैसे उड़द, मूंग, चना आदि का उपयोग किया जाता है। नमकीन बनाने का कारोबार तेज़ी से विकसित हो रहा है इससे आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

मिट्टी के बर्तन बनाने का उद्योग

ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के बर्तन बनाने का उद्योग प्राचीन काल से चला आ रहा है। मिट्टी के बर्तन का उपयोग आज भी किया जाता है। छोटे व्यवसाय से कम निवेश में इसे शुरू किया जा सकता है। मिट्टी का घड़ा, सुराई, मिट्टी के खिलौने, मूर्तियाँ आदि तैयार कर बाजार में उचित मूल्य में बेचा जा सकता है।

साड़ी व कपड़ों का कुटीर व्यवसाय

आजकल यह व्यापार बड़ा ट्रेंड में चल रहा है। महिलाएं कपड़ा बनाने वाली कंपनियों से सस्ते दामों में कपड़ा खरीदकर, बाजार के दामो में कपड़ा व साड़ियां बेचकर अपनी आजीविका चला सकती हैं। ये कपड़ा सूरत एवं अहमदाबाद में सस्ती दर पर मिल जायेगा। इसके अलावा, बनारस की साड़ियां बहुत प्रसिद्ध हैं। आप नई-नई डिज़ाइन सलेक्ट करके कम निवेश में अच्छा कमीशन कमा सकते हैं। इसी तरह का बिज़नेस आप ऑनलाइन भी कर सकते हैं जैसे अमेज़न या फ्लिपकार्ट पर सेलर बन कर। यहाँ पर आप अपना अकाउंट बनाकर कंपनियों को माल बेचकर कमीशन बना सकते हो।

रेस्टोरेंट व बेकरी कार्नर

आजकल शहरों के भीड़भाड़ वाले इलाकों में छोटी सी जगह में रेस्टोरेंट व बैकरी कॉनर लगाने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इन इलाकों में रेस्टोरेंट व बेकरी कॉनर लगाकर आप अच्छी आमदनी कर सकते हैं। इसके लिए छोटी सी जगह व खाद्य सामग्री की आवश्यकता होती है। पापडी चाट, समोसा, भेल, पिज्जा, बर्गर आदि आइटम को शामिल कर सकते हैं। इस व्यवसाय को शुरू करने के लिए 60,000 से 70,000 रुपये की आवश्यकता होती है।

मसाला बनाने का उद्योग

विभिन्न प्रकार के मसालों को तैयार कर बाजार में बेचा जा सकता है जैसे मिर्ची, हल्दी व धनिया आदि । यह उद्योग रसोई में होने वाली लागत व रोजमर्रा की आपूर्ति के लिए सक्षम है। इस व्यवसाय के लिए आपको मसाला पीसने के लिए छोटी चक्की की आवश्यकता पड़ती है। मसाला बनाने के कुटीर व्यवसाय में जितनी अधिक मार्केटिंग करेंगे उतना ही अधिक मुनाफा होगा।

फर्नीचर बनाने का उद्योग

घर मे काम आने वाला सामान जैसे कुर्सी, टेबल, पलंग एवं अन्य छोटे मोटे लकड़ी के फर्नीचर को तैयार कर उचित मूल्य में बेचा जा सकता है। कलात्मकता से निपुण इस छोटे व्यवसाय में लाभांश की भरमारता है। इसमें आप पर निर्भर करता है कि लकड़ी खरीदने के लिए आप कितना निवेश करते हैं।

पापड़ बनाने का कुटीर उद्योग

अपने घर पर ही पापड़ तैयार कर कुशल व्यवसायी के रूप में अच्छे दामों पे बाजार में बेचा जा सकता है। पापड़ का उपयोग सब्जी बनाने एवं खाने में किया जाता हैं। यह मूंग दाल, उड़द दाल के द्वारा तैयार किया जाता हैं । पापड की बाजार में बिक्री करके इस उद्योग को अच्छा व्यवसाय बनाया जा सकता है। 20000 से 25000 की लागत में शुरू कर, पापड की बाजार में बिक्री करके इस उद्योग को अच्छा व्यवसाय बनाया जा । इस व्यवसाय से अच्छा लाभ भी मिल सकता है।

साबुन बनाने का उद्योग

साबुन बनाने के कुटीर उद्योग के लिए कास्टिक सोडा, तेल, एसेंस आटा आदि सामग्री की जरूरत होती है। इनको मिलाकर व साबुन तैयार कर बाजार में बिक्री की जा सकती है। इनके लिये कुशलता हेतु जिला उद्योग केंद्र द्वारा 3 से 6 महीने की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग के लिए 10वी पास होना अनिवार्य है। इस व्यवसाय को विकसित करने के लिए जिला उद्योग केंद्र से 25 लाख तक लोन मिल सकता है

कपड़ों की छपाई का कार्य

कपड़ों को रंगकर व उन पर छपाई करके छोटे व्यवसाय का रूप दिया जा सकता है। फैक्टरियां, तैयार साधे कपड़े को रंगने के लिए देती हैं ताकि उसी कपड़े को आकर्षक बनाया जा सके। इस कार्य को शुरू करने के लिए आप कपड़े बनाने वाली फैक्टरी से सम्पर्क कर सकते हो। कम लागत का यह व्यवसाय निरन्तर गतिशील होता रहा है।

चूड़ी बनाने का कुटीर उद्योग

चूड़ी बनाने का व्यवसाय आप घर बैठकर परिवार के सहयोग से कर सकते हैं। इनके लिए आपको एक मशीन की आवश्यकता रहेगी जिसकी कीमत 50 से 70 हजार होती है। इसके अलावा आपको कच्चा माल भी खरीदना होगा। आप महिलाओं के हाथो में पहनने वाली प्लास्टिक की चूड़ियां बनाकर प्रतिदिन एक हजार रुपये तक धन कमा सकते हैं। इनकी मार्केटिंग व पैकिंग आपको ही करनी पड़ती है।

सिलाई का कुटीर उद्योग

आप घर बैठे कपड़ो की सिलाई करके अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। इनके लिए आपको एक मशीन की आवश्यकता होगी। यह मशीन आपको मार्केट में 3 से 4 हजार रुपये में आसानी से मिल जायेगी। इस मशीन पर सिलाई करके प्रतिदिन 700 से 1000 रुपये तक कमाया जा सकता है। सिलाई कार्य सिखाने के लिए सरकार की ओर से स्किल डेवलपमेंट के तहत इसमें ट्रेनिंग भी दी जाती है। इसके अलावा कुछ NGOs की तरफ से भी सिलाई की ट्रेनिंग दी जाती है। ट्रेनिंग की अवधि 3 से 6 महीने की होती है।

मेंहदी लगाने का व्यवसाय

भारतीय संस्कृति में विवाह एवं अन्य सभी मंगलकारी कार्यक्रमों मे मेंहदी लगाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इस व्यवसाय के लिए किसी मशीन को खरीदने की आवश्यकता नहीं है। बस अपने हुनर को उभारने की जरूरत है। हाथों की मेंहदी डिजाइन बनाने के लिए 200 से 300 रुपये मिलते हैं। शादियों में मेंहदी लगाने के लिए 10,000 रूपये तक दिया जा सकता है। इस व्यवसाय की मांग दिन ब दिन बढती जा रही है। मेंहदी के डिजाइन सिखाने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं के तहत प्रशिक्षण भी दिया जाता है। कम लागत का यह कारोबार अधिक मुनाफा प्रदान करता है व घर पर रहने वाली गृहिणियों के लिए बहुत ही अच्छा है।

सौंदर्य एवं श्रृंगार प्रसाधन उद्योग

शरीर की सुंदरता बढ़ाने के काम आने वाले प्रोडक्ट्स को सौंदर्य प्रसाधन या कॉस्मेटिक कहते हैं। इनका सम्बध शरीर के किसी अंग के मेकअप से है। कास्मेटिक प्रोडक्ट्स प्राकृतिक (natural) एवं कृत्रिम (artificial) दो प्रकार के होते हैं। आजकल पश्चिमी सभ्यता के चलते इसकी डिमांड दिन ब दिन बढ़ रही है। इस उद्योग से जुड़कर आप अच्छा मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं । सरकार के द्वारा निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इस प्रशिक्षण की अवधि चार माह की होती है। इसके लिए 10वीं पास होना आवश्यक है।

दोना पत्तल बनाने का छोटा उद्योग

यह उद्योग शुरू करने के लिए आपको सबसे पहले मशीन खरीदनी होगी। डबल डाई फुल ओटोमेटिक नाम से इस मशीन की कीमत पचास हजार से शुरू होती है। इस मशीन की खासियत यह है की इसमें दो डाई लगी होती हैं। दोनों डाई 1 घण्टे में 1000 पीस तक का उत्पादन करती हैं।

आप समय-समय पर डाई बदलकर उत्पाद की साइज भी बदल सकते हैं। दोना पत्तल बनाने के लिए आपको रोल (कच्चा माल) खरीदने होंगे। यह माल आपको दिल्ली व सूरत में वाजिब दर पर मिल जायेगा। माल तैयार करने के बाद पैकिंग एवं मार्केटिंग आपको खुद को ही करनी होगी। मार्केट की डिमांड अनुसार यदि आप दोना, पत्तल व थाली का उत्पादन करें तो आप अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। इनका उपयोग होटलों, विवाह समारोह व अन्य सभी प्रकार के समारोह में नास्ता करने के लिए किया जाता हैं। इनकी मांग निरन्तर बढ़ रही है। इसे बनाने के लिए कोई विशेष ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होती है। दोना पत्तल पर प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत आपको बैंक से लोन भी मिल सकता है।

गाय, भेड़ व बकरी का पालन

गाय, भेड़ व बकरी का पालन कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। अच्छी नस्ल की गाय खरीदकर दूध की बिक्री की जा सकती है। इसके अलावा आप दही, माखन, घी व छाछ भी बेच कर धन कमा सकते हैं। पशुओं से प्राप्त होने वाली गोबर खाद को बेचकर लाभांश प्राप्त कर सकते हैं। इस खाद को खेतों में भूमि की उर्वरता शक्ति बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। पशु पालन सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाले कुटीर उद्योगो में से एक है। इस उद्योग को शुरू करने के लिए सरकार की ओर से लोन भी दिया जाता है।

आइसक्रीम बनाने का उद्योग

इस उद्योग को आप घर बैठे कम पूजी में शुरू कर सकते हैं। इनके लिए दूध एवं दूध का पाउडर, क्रीम, चीनी, मक्खन और अंडे आदि चीजों की आवश्यकता रहती है इसके अलावा कलर पाउडर और फ्लेवर पाउडर की भी आवश्यकता रहती है जो मार्केट में आसानी से मिल जाते हैं। गर्मी में राहत देने वाली ठंडी-ठंडी आइसक्रीम का उपयोग गर्मी के दिनों में काफ़ी मात्रा में बढ़ जाता है।

अचार बनाने का उद्योग

कई तरह के आचार जैसे मिर्च, आम, जलपाई, आवंला आदि बनाकर बिक्री किया जा सकता है। आचार का व्यापार कम लागत और भरपूर मेहनत से सफलता पूर्वक किया जा सकता है। यह आचार एक से दो महीने में तैयार हो जाता है। शुरूआत में प्रचार प्रसार के लिए मार्केटिंग करनी पड सकती है।

मुर्गी पालन का उद्योग

मुर्गी पालन के द्वारा रोजगार को एक नया आयाम दिया जा सकता है। शुरू करने में मदद दी जाती है। इस फार्म में अच्छी नस्ल की मुर्गियां पालकर आप अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते है। अच्छी नस्ल में बॉयलर मुर्गी को माना जाता है। इनके लिए दाना, पानी व पिंजरे की व्यवस्था करनी पड़ती है। 20,000 से 50,000 रुपये से शुरू होने वाले इस व्यवसाय से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है ।

Agricultural Projects

नीम का पेड़ लगाना

आज के समय में नीम का महत्व बहुत बढ़ गया है और हमारी संस्था नीम से जुड़ी हुई कई प्रकार की उपयोगी वस्तुएं बनाती हैं जिसके लिए नीम का पत्ता, लकड़ी एवं बीज पर्याप्त मात्रा में जरूरत पड़ती है जिनको व्यवसाय से जोड़कर इन पत्तियों से चूर्ण बनाकर इनको अलग-अलग वस्तुओं में उपयोग किया जाता है इनके लकड़ियों का भी कई वस्तुओं में हमारी संस्था उपयोग करती है इनके बीजों का कई वस्तुओं में उपयोग होता है जैसे तेल बनाना, नीम के पत्तों से नीम का साबुन, नीम का हैंडवाश, नीम का सैनिटाइजर, नीमका अगरबत्ती एवं अन्य कई प्रकार की वस्तुएं तैयार की जाती है जिसके लिए नीम की प्रचुर मात्रा में जरूरत होती है

गिलोय का पौधा लगाना

यह पौधा नीम के साथ अधिकतर लगाने से बहुत ही फायदेमंद होता है इसलिए हमारी संस्था इस पौधे का उपयोग औषधि बनाने में करती है जिसकी जरूरत प्रचुर मात्रा में होती है जो भी इसका व्यवसाय करना चाहते हैं वह अधिक मात्रा में पौधा लगाएं एवं  हम से व्यवसाय को जोड़ें

तुलसी का पौधा लगाना

हम सब जानते हैं कि तुलसी कई प्रकार से बहुत ही उपयोगी पौधा है, कई तरह की बीमारियां इस पौधे से ठीक किया जा सकता है इसलिए हमारी संस्था इन पत्तियों से बहुत प्रकार की वस्तुएं बनाती है और उनको बाजारों में उपलब्ध कराती है जिससे व्यवसाय बढ़ सके|

एलोवेरा का पौधा लगाना

हमारी संस्था एलोवेरा से कई प्रकार की वस्तुएं बनाती हैं जिनको व्यवसाय के लिए उपयोग किया जाता है इसलिए एलोवेरा की जरूरत प्रचुर मात्रा में होती है जो भी एलोवेरा का पौधा लगाते हैं वह हमारी संस्था से जुड़कर अपने पौधे का व्यवसाय फैला सकते हैं

पुदीने का पौधा लगाना

सभी जानते हैं कि पुदीना अनेकों तरह से हमारे उपयोग में आती है और इसकी जरूरत बाजारों में बहुत ही अधिक मात्रा में है इसलिए पुदीने का खेती आप हमारी संस्था से जुड़कर कर सकते हैं एवं अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं

पलाश का पेड़ लगाना

पलाश का पत्ता दोना पत्तल  बनाने में काम आता है जो एक बेहतरीन व्यवसाय है आने वाले समय में पत्तों का दोना जितनी भी छोटे-छोटे ठेला कि खाने-पीने की दुकान है वहां पर इनकी जरूरत होगी|

मेहंदी का पेड़ लगाना

आज के समय में मेहंदी कई जगहों से रासायनिक प्रक्रिया द्वारा बनाया गया होता है जो हमें कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं इन चीजों को मद्देनजर रखते हुए हमारी संस्था मेहंदी के हरी पत्तियों का पेस्ट बनाकर बनाकर उसे वैकेटो एवं कोण में भरकर मार्केट में उपलब्ध कराती है।

मिर्ची का पौधा लगाना

हमारी संस्था मिर्ची का उपयोग चटनी एवं अन्य जगहों पर वस्तुएं तैयार करने में करती हैं जिसके लिए अधिक मात्रा में मिर्ची का जरूरत होता है और अन्य अन्य प्रकार की मिर्ची इसमें प्रयोग में लाई जाती है तथा उनका व्यवसाय बढ़ाती है इसलिए मिर्ची का खेती आप हमारी संस्था से जुड़कर करें एवं अपने व्यवसाय को बढ़ाएं

टमाटर का पौधा लगाना

टमाटर का उपयोग चटनी एवं अन्य जगह पर किया जाता है जो स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देता है यह बहुत ही उपयोगी व्यवसाय हैं और इसकी जरूरत हर जगह है इसलिए टमाटर का भी व्यवसाय बढ़ा सकते हैं आप इसकी खेती करके |

अदरक का पौधा लगाना

अदरक खाने के साथ-साथ औषधीय पौधा भी हैं जिसका खाने की वस्तुओं के साथ-साथ औषधीय वस्तुओं को तैयार करने में उपयोग में लाया जाता है इसलिए इस पौधे को लगाकर आप अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं और हमारे संस्था से जुड़ सकते हैं

लहसुन का पौधा लगाना

हमारे संस्था के द्वारा तैयार किया जाने वाला कई प्रकार की वस्तुओं में लहसुन का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान है और इसकी जरूरत अधिक मात्रा में पढ़ती है जिसके लिए हमें लहसुन की खेती की आवश्यकता है आप लहसुन का खेती करके भी हमारी संस्था से जुड़ सकते हैं|